Jharkhand Scholarship News 2019 –
90 फीसद से अधिक अंक वालों को 50 हजार से एक लाख मिलेगा
न्यूनतम 55 फीसद अंक लाने पर जिला स्तरीय छात्रवृत्ति मिलेगी
राज्य सरकार मैटिक तथा इंटरमीडिएट परीक्षा में 90 फीसद या इससे अधिक अंक लानेवाले छात्र-छात्रओं को एक लाख रुपये तक की प्रोत्साहन राशि देगी। इसके तहत 90 से 95 फीसद अंक लानेवालों को 50 हजार तथा 95 फीसद से अधिक अंक लानेवाले परीक्षार्थियों को एक लाख रुपये प्रोत्साहन के रूप में मिलेंगे। इसके अलावा राज्य सरकार आठवीं कक्षा में उत्तीर्ण विद्यार्थियों को नौवीं से बारहवीं तक की पढ़ाई के लिए प्रति वर्ष तीन हजार से 12 हजार रुपये की छात्रवृत्ति भी देगी। माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना में इसका प्रावधान किया गया है। राज्य सरकार ने इस योजना को स्वीकृति प्रदान कर दी है।
इस योजना के तहत आठवीं कक्षा पास या परीक्षा में शामिल विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति को लेकर अर्हता प्राप्त करने के लिए परीक्षा देनी होगी। यह परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाएगी। यह छात्रवृत्ति तीन स्तरों पर कुल 16,660 बच्चों को दी जाएगी। राज्य स्तर पर एक हजार, जिला स्तर पर 4400 तथा प्रखंड स्तर पर 5,260 बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसपर 5.41 करोड़ रुपये खर्च होंगे। सभी राशि डीबीटी के माध्यम से चयनित छात्र-छात्रओं के बैंक खाते में सीधे जाएगी। राज्य सरकार ने यह योजना पहले से चल रही मेधा छात्रवृत्ति योजना तथा निर्धनता सह मेधा छात्रवृत्ति योजना को समाहित कर शुरू की है। राज्य में दोनों योजनाओं का अपेक्षित लाभ नहीं मिल पाया था।
60 फीसद अंक लाने पर प्रति माह एक हजार
जैक द्वारा ली जानेवाली परीक्षा में 60 फीसद अंक लाने पर राज्य स्तरीय छात्रवृत्ति प्रदान होगी। लेकिन इसमें सभी खंडों में न्यूनतम 40 फीसद अंक लाना अनिवार्य होगा। इसके लिए अभिभावकों की वार्षिक आय की कोई बाध्यता नहीं है। इसमें 30 फीसद सीट बालिकाओं के लिए आरक्षित होगी। राज्य स्तरीय छात्रवृत्ति के रूप में प्रति वर्ष 12 हजार रुपये दिए जाएंगे।
न्यूनतम 55 फीसद अंक लाने पर जिला स्तरीय छात्रवृत्ति मिलेगी। इसमें 50 फीसद सीट बालिकाओं के लिए आरक्षित रहेगी। साथ ही अभिभावकों की वार्षिक आय 2.50 लाख रुपये या इससे कम होनी चाहिए। इसमें भी सभी खंडों में न्यूतनम 40 फीसद अंक लाना अनिवार्य होगा। इसके तहत प्रत्येक साल छह हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे। वहीं, परीक्षा में न्यूनतम 50 फीसद अंक लाने पर प्रखंड स्तरीय छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। इसमें प्रत्येक साल तीन हजार रुपये छात्रवृत्ति के रूप में मिलेंगे। इसमें भी सभी खंडों में न्यूनतम 40 फीसद अंक लाना अनिवार्य होगा। इसमें भी 50 फीसद सीटें बालिकाओं के लिए आरक्षित रहेंगी तथा अभिभावक की वार्षिक आय 2.50 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।